प्रयागराज महाकुंभ में महिलाओं की अश्लील तस्वीरें वायरल: पुलिस ने 17 चैनल्स के खिलाफ दर्ज की एफआईआर

DIET Admin
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प्रयागराज महाकुंभ में महिलाओं की अश्लील तस्वीरें वायरल: पुलिस ने 17 चैनल्स के खिलाफ दर्ज की एफआईआर

प्रयागराज: 144 साल बाद आए इस दुर्लभ संयोग में प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले में आस्था और भक्ति के साथ-साथ एक काला अध्याय भी जुड़ गया है। पिछले 40 दिनों से चल रहे इस महाकुंभ में अब तक 57 करोड़ से अधिक लोगों ने संगम में डुबकी लगाई है, जिनमें से लगभग 30 करोड़ महिलाएं, लड़कियां और बच्चियां शामिल हैं।

लेकिन इस पवित्र आयोजन के बीच कुछ अराजक तत्वों ने महिलाओं की अश्लील तस्वीरें और वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर बेचने का गंदा धंधा शुरू कर दिया है। यूपी पुलिस ने इस मामले में 17 चैनल्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है और तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।

क्या हुआ मामला?

17 फरवरी को प्रयागराज कुंभ मेला पुलिस को कुछ शिकायतें मिलीं कि संगम में स्नान करने वाली महिलाओं की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।

पुलिस ने जब इन शिकायतों की जांच शुरू की तो पाया कि कई तस्वीरें और वीडियो अश्लील हैं, जिनमें महिलाएं गीले कपड़ों में दिखाई दे रही हैं। ये तस्वीरें संगम तट पर महिलाओं के कपड़े बदलते समय या डुबकी लगाते समय खींची गई थीं।

पुलिस ने पाया कि ये तस्वीरें और वीडियो मोबाइल फोन से खुलेआम शूट किए गए थे। महाकुंभ में मोबाइल फोन ले जाने पर कोई पाबंदी नहीं है, इसलिए हजारों लोगों की भीड़ में यह पता लगाना मुश्किल था कि कौन किसे शूट कर रहा है। पुलिस ने जांच में पाया कि ये वीडियो सोशल मीडिया के कुछ चैनल्स पर बेचे जा रहे हैं, जहां लोग पैसे देकर इन्हें देख सकते हैं।

सोशल मीडिया पर धंधा

पुलिस ने सोशल मीडिया को खंगालना शुरू किया तो पता चला कि टेलीग्राम और अन्य प्लेटफॉर्म्स पर कई चैनल्स हैं, जो महिलाओं की इन तस्वीरों और वीडियो को बेच रहे हैं।

इन चैनल्स पर लोगों ने बेशुमार कमेंट्स किए हैं, जिनमें वे ऐसे और वीडियो देखने की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने 17 ऐसे चैनल्स की शॉर्टलिस्टिंग की और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की।

कुछ चैनल्स के नाम हैं – ‘गंगा रिवर ओपन बाथिंग ग्रुप’, ‘हिडन बाथ वीडियो ग्रुप्स’ और ‘ओपन बाथ वीडियो ग्रुप्स’। इन चैनल्स पर लोगों को पहले मेंबर बनने के लिए 1500 से 2000 रुपये देने होते हैं और फिर हर वीडियो देखने के लिए 1 से 20 डॉलर तक चुकाने होते हैं।

गिरफ्तारी और जांच

यूपी पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से एक प्रयागराज का रहने वाला चंद्र प्रकाश है। चंद्र प्रकाश ने पुलिस को बताया कि उसने संगम तट पर महिलाओं और लड़कियों की तस्वीरें खींचकर उन्हें एडिट किया और सोशल मीडिया पर बेचना शुरू कर दिया।

उसने यह भी बताया कि उसने रोमानिया और अटलांटा के हैकर्स की मदद से कुछ सीसीटीवी कैमरों को हैक कर लिया था, जिससे उसने और वीडियो बनाए।

पुलिस ने गिरफ्तार लोगों के मोबाइल से 2000 से अधिक वीडियो बरामद किए हैं, जो महिलाओं और लड़कियों के स्नान करने के हैं। पुलिस का कहना है कि यह पूरा गैंग काम कर रहा था और इनका टारगेट 100 करोड़ रुपये कमाना था।

महिलाओं की चिंता

इस मामले ने महिलाओं और उनके परिवारों को चिंता में डाल दिया है। कई महिलाएं जो महाकुंभ से लौट चुकी हैं, वे इस बात से परेशान हैं कि कहीं उनकी तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल न हो जाएं।

यूपी पुलिस ने महिलाओं से अपील की है कि अगर उन्हें संगम तट पर किसी के शक की वजह से लगता है कि उनका वीडियो बनाया जा रहा है, तो वे तुरंत पुलिस को सूचित करें।

पुलिस की चेतावनी

यूपी पुलिस के डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा है कि सोशल मीडिया पर इस तरह की तस्वीरें और वीडियो अपलोड करने वालों को पकड़ने के लिए पुलिस की साइबर टीम सक्रिय हो चुकी है।

उन्होंने कहा कि जितने भी चैनल्स हैं, उनकी लिस्ट बनाई गई है और उन्हें एक-एक करके बंद किया जाएगा। हालांकि, पुलिस को इस बात की चिंता है कि एक चैनल बंद होते ही दूसरा नए नाम से खुल जाता है, जिससे इन्हें रोकना मुश्किल हो रहा है।

आखिरी अपील

महाकुंभ के आखिरी छह दिनों में भीड़ और बढ़ने की उम्मीद है, खासकर महाशिवरात्रि (26 फरवरी) के दिन। यूपी पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे संगम तट पर स्नान करते समय सतर्क रहें और अगर किसी को शक हो कि उनका वीडियो बनाया जा रहा है, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। साथ ही, पुलिस ने लोगों से यह भी कहा है कि वे अपनी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर न करें, क्योंकि इसका गलत इस्तेमाल हो सकता है।

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